कहा सीमांत के रोगियों को सर्वाधिक नुकसान
पिथौरागढ़।
जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने जिला अस्पताल में चिकित्सकों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार तथा उत्पीड़न की घटनाओं तत्काल पर रोक लगाने की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने हस्तक्षेप नहीं किया तो पंचायत प्रतिनिधियों को भी सड़कों में उतरकर आंदोलन करना पड़ेगा।
उन्होंने पुलिस महानिदेशक को पत्र भेज कर तत्काल अस्पताल परिसर में पुलिस चौकी खोलने को कहा।
उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक द्वारा पुलिस चौकी खोलने का प्रस्ताव दिए जाने के बाद भी पुलिस प्रशासन और सरकार इस मांग को गंभीरता से नहीं ले रहा है।
उन्होंने कहा कि जब तक अस्पताल के चिकित्सक तथा चिकित्सा कर्मी सुरक्षित नहीं होंगे, तब तक वह किसी भी आपातकालीन तथा सामान्य रोगी का उपचार कैसे कर सकते है।
उन्होंने कहा कि एक सामान्य से मांग को लेकर चिकित्सकों को आंदोलन करना पड़ रहा है।
यह पुलिस प्रशासन की असंवेदनशीलता का ज्वलंत उदाहरण है।
उन्होंने कहा कि चिकित्सकों से दुर्व्यवहार तथा उत्पीड़न के मामलों में जो तहरीर कोतवाली को सौंप गए थे, उस पर कार्यवाही का नहीं होना पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े करता है। पुलिस क्या कोई अनहोनी घटना का इंतजार कर रही है।
उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि अगर पुलिस प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की तो पंचायत प्रतिनिधियों को भी चिकित्सकों तथा कर्मचारियों के पक्ष में सड़कों में उतरना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि इस आंदोलन का सबसे अधिक नुकसान सीमांत जिले के दूरस्थ क्षेत्रों से आने वाले रोगियों का हो रहा है।
इसलिए सरकार को इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करना चाहिए।